“जाटों का इतिहास भारत का इतिहास है और जाट रेजिमेंट का इतिहास भारतीय सेना का इतिहास है।”डॉ ज़ाकिर हुसैन, भारत के राष्ट्रपति और सेना के सर्वोच्च सेनापति।
देहरादून : जाट रेजिमेंट की स्थापना 20 नवम्बर 1795 को हुई थी। जाट रेजीमेंट का आदर्श वाक्य है: “संगठन व वीरता”। इसका युद्धघोष है: “जाट बलवान-जय भगवान”। जाट रेजीमेंट का मुख्यालय बरेली, उत्तरप्रदेश में है। जाट रेजिमेंट भारतीय सेना की एक इंफेंट्री रेजिमेंट है और भारत में सबसे पुरानी और सबसे अधिक पदक प्राप्त करने वाली रेजीमेंट में से एक है। अपने 200 से अधिक वर्षों के जीवन में, रेजीमेंट ने पहले और दूसरे विश्व युद्ध सहित भारत और विदेशों में अनेक युद्धों में भाग लिया है।
- सन 1839 से 1947 के बीच यह रेजीमेंट 9 वीरता, 2 विकटोरिया और 2 जॉर्ज पुरस्कारों के साथ 41 युद्ध सम्मान प्राप्त कर चुकी है ।
- जाट रेजिमेंट के पास 2 अशोक चक्र, 35 शौर्य चक्र, 10 महावीर चक्र, 2 विक्टोरिया क्रॉस, 2 जॉर्ज सम्मान, 8 कीर्ति चक्र, 39 वीर चक्र, और 170 सेना पदक भी शामिल हैं। यह सूचना अद्यावधिक नहीं है।
- 1965, 1971 के पाक-युद्ध और 1999 के कारगिल युद्ध और 1993 के ऑपरेशन अश्वमेघ में भी अहम भूमिका निभाई।
- मुल्तान के किले पर कब्जा करने से लेकर कारगिल युद्ध तक देश की सुरक्षा में रेजिमेंट ने भूमिका निभाई है।
- कारगिल में 17 जाट रेजिमेंट के दो अफसरों समेत कुल 34 जवान शहीद हुए।
- 1971 में भारत-पाक युद्ध में 4 जाट रेजिमेंट के फाजिल्का सैक्टर में शहीद 82 वीर सैनिकों का सामूहिक अंतिम संस्कार स्मारक के मुख्य गर्भगृह स्थल पर किया गया था और आज भी इस ‘जीवंत स्मारक’ में जाटवीर शहीदों की अस्थियों के अंश संचित हैं।
- इस रेजिमेंट में मुख्यतः पश्चिमी उत्तरप्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली के हिन्दू जाटों की भर्ती की जाती है। ज्ञातव्य है कि जाट एक नस्ल है, जिसमें हिन्दू, सिख और मुसलमान सम्मिलित हैं।
- जाट रेजिमेंट में लगभग 96% जाट सैनिक है। सिर्फ एक बटालियन में अजगर यानी अहीर, जाट, गुजर और राजपूत हैं।
- जाट रेजिमेंट ही भारत की एकमात्र रेजिमेंट है जिनमें उसकी कौम का युद्धघोष है। इसका कारण जाट रेजिमेंट का शुद्ध जाट होना है । बाकी किसी भी जातिगत रेजिमेंट में उस जाति के 100% सैनिक नहीं होते।
- जाट रेजिमेंट 24 बटालियनों के साथ देश की सबसे बड़ी रेजीमेंट है। 1 बटालियन में 850 सैनिक होते हैं।
- जाटवीरों ने रेजीमेंट की स्थापना के बाद से अब तक अपने अदम्य साहस और शौर्यता से गौरवशाली इतिहास लिखा है।
- बरेली में स्थापित जाट म्यूजियम इसका गवाह है, जिसमें कई लड़ाइयों से संबंधित रिकार्ड और शत्रु-देशों से युद्ध में छीने गए अस्त्र-शस्त्र भी उपलब्ध हैं।
- यूँ तो भारत में सेना के 23 ट्रेनिंग सेंटर है लेकिन सबसे अच्छे और बहादुर सैनिक जाट रेजिमेंट सेंटर बरेली में ही तैयार किये जाते है ।
- जाट रेजीमेंट के शौर्य और पराक्रम की सराहना तो पाकिस्तानी मेजर जनरल फैजल मुकीम खान और अंग्रेज जनरलों ने भी की है।
तभी कहतें हैं:
- जाट जाट
- जाट मौज
- जाट कम्पनी और
- जाट फ़ौज
- जाट बलवान-जय भगवान!!