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स्वस्थ और जवां रहने के लिए रहिये हंसते, व्यक्तित्व का महत्वपूर्ण अंग है हमारी हँसी

by badhtabharat
देहरादून : यद्यपि हास्य हमारे जीवन का एक अभिन्न अँग है, तथापि आजकल इसकी कमी सर्वत्र अनुभव की जा रही है, क्योंकि हम जीवन की ऊहापोह में हँसना बिल्कुल भूलते जा रहे हैं। पहले स्कूल में हास्य प्रतियोगिता होतीं थी, घर में, पिकनिक पर या उत्सवों पर लोग चुटकुलों से जीवन को हल्का-फुल्का करते थे, परन्तु यह चलन खतम जैसा हो गया है। यहाँ तक कि संसद की गम्भीर चर्चा में भी हास्य का एक पुट रहता था जो वातावरण को रोचक और सकारात्मक बनाये रखता था। लेकिन अब तो ओछे कटाक्ष और गाली गलौच का माहौल हो गया है।
हँसी से जुड़े मुख्य लाभों में से एक यह है कि आप आम तौर पर बेहतर महसूस करते हैं। हंसना न सिर्फ हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी है बल्कि कहीं न कहीं ये हमारे व्यक्तित्व का निर्धारण करता है। यदि हम ज्यादा हंसते हैं तो इसका मतलब है कि हमारा जीवन सकारात्मक हैं। हंसने से हमारे शरीर में एंडोर्फिन बनता है जो शरीर के भीतर प्राकृतिक दर्द निवारक है। यह हमको एक ही समय में पुराने दर्द को कम करते हुए अच्छा महसूस करने में मदद कर सकता है। क्या आपको मालूम है कि आप पिछली बार कब जोर जोर से हँसे थे? यदि नहीं, तो यह एक चिंताजनक स्थिति है। कृपया हँसने-हँसाने की आवर्ती में वृध्दि करना सुनिश्चित करें।
  • बूस्ट टी-सेल्स – लाफ्टर टी-सेल्स को भी बढ़ावा दे सकते हैं। ये हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली में विशिष्ट कोशिकाएं हैं, जो बस सक्रिय होने की प्रतीक्षा कर रही हैं। जब हम हंसते हैं, टी-कोशिकाओं को जीवन मिल जाता है और वे बीमारी से लड़ने में हमारी मदद करती हैं। हंसना हृदय को स्वस्थ रखने के लिए काफी जरूरी है। हंसी एक असाधारण कार्डियो कसरत है, विशेष रूप से किसी के लिए जो बीमारी या चोट के कारण अन्य प्रकार की शारीरिक गतिविधि करने में सक्षम नहीं है। यह हमारे दिल को पंप करेगा। हंसी से जुड़े फायदों में से एक यह है कि यह हमारे एब्स को टोन कर देता है।
  • तनाव कम करता है: हंसी कोर्टिसोल जैसे तनाव हार्मोन को कम करती है, तनाव कम करती है और विश्राम को बढ़ावा देती है।
  • प्रतिरक्षा को बढ़ावा देता है: हंसी एंटीबॉडी के उत्पादन को बढ़ाती है और प्रतिरक्षा कोशिकाओं को सक्रिय करती है, जिससे हमारी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया बढ़ती है।
  • दर्द से राहत: हंसी के दौरान निकलने वाला एंडोर्फिन प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में काम कर सकता है।
  • मूड को बेहतर बनाता है: हंसी मस्तिष्क में एंडोर्फिन, रसायनों के स्राव को ट्रिगर करती है जो खुशी और उत्साह की भावना पैदा करते हैं।
  • लचीलेपन में सुधार: हंसी लोगों को परिप्रेक्ष्य की भावना प्रदान करके और तनाव के प्रभाव को कम करके कठिन परिस्थितियों से निपटने में मदद करती है।
  • उत्पादकता बढ़ती है: तनाव को कम करके और सामाजिक संबंधों को बढ़ावा देकर, हंसी कार्यस्थल में उत्पादकता और टीम वर्क को बढ़ाती है।
  • मनोवैज्ञानिक प्रयोगों से यह स्पष्ट हुआ है कि हंसने के कई लाभ हैं। हास्य सकारात्मक और शक्तिशाली भावना है, जिसमें व्यक्ति को ऊर्जावान और संसार को शांतिपर्ण बनाने के सभी तत्त्व उपस्थित रहते हैं।
  • हंसने से तमाम बीमारियां अपने आप छूमंतर हो जाती है। 
  • इतना ही नहीं अधिक हंसने वाले बच्चे अधिक बुद्धिमान होते हैं। हंसना सभी के शारीरिक और मानसिक विकास में अत्यंत सहायक है।
  • बता दें कि मानव शरीर में पेट और छाती के बीच में एक डायफ्राम होता है, जो हंसते समय धुकधुकी का कार्य करता है। फलस्वरूप पेट, फेफड़े और यकृत की मालिश हो जाती है।
  • हँसने से हमारे चेहरे की 72 मांसपेशियां क्रियाशील हो जातीं हैं, जो हमें स्वस्थ रखने में सहायक होतीं हैं।

हास-परिहास में गुणात्मक वृध्दि करने के लिए हम क्या करें?

  • लंच या डिनर के टाइम पर ही टेबल पर न पहुंचे, बल्कि 10-15 मिनट पहले परिवार के सारे सदस्यों को टेबल पर इकट्ठा होने के लिए कहें। फोन और टीवी से दूर यहां अपनी डे टू डे लाइफ की या फिर पुरानी कोई गुदगुदाने वाली किस्से-कहानियां सुनें-सुनाएं।
  • पिटारे में कुछ भी न हो, तो जोक से भी काम चलाया जा सकता है। इससे माहौल तो खुशनुमा होता ही है, साथ ही पारिवारिक नजदीकियां भी बढ़ती हैं।
  •  शेरो – शायरी का भी उपयोग करें और परिवार के वातावरण में रोचकता उत्पन्न करें।
  •  नेगेटिव बातों और खबरों से दूरी बनाएं।
  • अगर किसी खास विषय के डिस्कशन से आपसी तनाव बढ़ता है, तो ऐसी बातों से बचना चाहिए।
  • आजकल चुनावी माहौल में मोदी-मोदी न चिल्लाएँ, ऐसा करने से कटुता उत्पन्न हो सकती है, बल्कि इसके इतर चुनावी सभाओं में बोले गये झूठ या रोचक किस्से सुनाएँ।
  •  गॉसिप अच्छी तो लगती है, लेकिन कई बार ये मनमुटाव की भी वजह बन सकती है, इसलिए बेहतर होगा कि इन्हें अवॉयड ही करें।
  • साथ में बैठकर कॉमेडी शो देखने का आइडिया भी बहुत अच्छा है पारिवारिक माहौल को खुशनुमा बनाए रखने के लिए। आजकल तो टीवी में ऐसे कई शो आते हैं, जिनका उद्देश्य ही लोगों को हंसना-हंसाना है, तो फ्री में मिलने वाले इस ‘लॉफ्टर डोज’ का लाभ उठायें।
  • दोस्तों के साथ वक्त बिताएं। कुछ लोग आपके ग्रूप में बिल्कुल अलग ही पर्सनैलिटी के होते हैं, जिनके साथ थोड़े देर की बात से टेंशन और हर तरह के दुख-दर्द गायब हो जाते हैं, तो ऐसे लोगों को अपनी जिंदगी में जरूर शामिल रखें। जब आप ऐसे लोगों के साथ बातें करेंगे, तो मन हल्का होगा। जब मन हल्का रहेगा, तो परिवार का माहौल भी अच्छा रहेगा।
  • व्हाट्सएप और फेसबुक पर लॉफ्टर ग्रुप बनायें जिसमें चुटकुलों और हास-परिहास सम्बंधित पोस्ट ही डालीं जाएं।
  • अपनी हँसी के साथ फोटो खिंचवाएं या सेल्फी लें, और आज सभी प्रियजनों को वो तस्वीर भेजें!

तुम हँसते हो तो दिल खिलकर महकने लगता है

वो महफ़िल बेमज़ा होती है जिसमें तुम नहीं होते….

                                                ~ नरेन्द्र  

  • शुभ विश्व हास्य दिवस!! 

लेखक : नरेन्द्र सिंह चौधरी, भारतीय वन सेवा के सेवानिवृत्त अधिकारी हैं. इनके द्वारा वन एवं वन्यजीव के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किये हैं.