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चमोली : पिंडर घाटी के देवाल क्षेत्र के पर्यटन स्थल ब्रह्मताल में नये साल का जश्न को मनाने के लिए पर्यटकों का लगा जमघट

by badhtabharat

देवाल (चमोली)। इस साल के अंतिम दिन 31 दिसम्बर के नजदीक आते ही चमोली जिले के देवाल विकास खंड के पर्यटन स्थल ब्रह्मताल में स्थित होटल और होम स्टे पर्यटकों के स्वागत के लिए सज-धज कर तैयार हो गए हैं। क्षेत्र के अधिकांश होटल की बुकिंग हो चुकी है। ब्रह्मताल,  झंडी टैंक, तिलाजी तोक, भेकलताल, वाण लोहाजंग में  पर्यटकों के आने से गुलजार हो गये हैं। अब पर्यटकों को बर्फवारी का इंतजार है।

चमोली जिले का पिंडर घाटी का देवाल क्षेत्र को पर्यटक विंटर वेकेशन के लिए बहुत पसंद कर रहे हैं। बड़ी संख्या में पहुंच रहे पर्यटकों से क्षेत्र के होटल कारोबारियों के चेहरे खिल उठे हैं। वन विभाग और पर्यटन विभाग से मिले आंकड़ों के अनुसार अभी तक पिंडर घाटी के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल गैरोली पातल, वाण, दिदिना, मोनालटाप, ब्रह्मताल, भेकलताल, लोहाजंग, मानेश्वर महादेव गुफा, देवाल, ग्वालदम, आदि स्थानों पर  छः हजार से अधिक पर्यटक पहुंच गए हैं। और अभी पर्यटको के पहुंचे का सिलसिला जारी है। क्षेत्र कें 20 होटल और 36 होम स्टे बुक हो गये है। यहां पहुंचे पर्यटन प्राकर्तिक सौंदर्य का लुफ्त उठा रहे हैं।  इनदिनों यहां कड़ाके की ठंड भी पड़ रही है, वहीं दिन गुनगुनी धूप खिली हुई है।

 नए वर्ष का जश्न मनाने के लिए क्षेत्र के पर्यटन स्थलों में पर्यटन का जमघट लगना शुरू हो गया है। होम स्टे संचालक हीरा गढ़वाली,  टूरिस्ट गाइड सुरेन्द्र सिंह, प्रमुख होटल व्यवसाई इन्द्र सिंह राणा ने कहा कि पिछले तीन दिन से क्षेत्र में पर्यटकों की आवाजाही शुरू हो गए। सभी होटल और होम स्टे बुक हो चुके हैं, वहीं पर्यटक बुग्याली क्षेत्र में टैंट तम्बू लगा कर रह रहे हैं।

नये साल का जश्न मनाने देवाल के पर्यटन स्थलों में पर्यटक पहुंचने लगे है। अब तक छह हजार से अधिक पर्यटक यहां पहुंच चुके है। अभी भी पर्यटकों का आने का सिलसिला जारी है। उन्होंने पर्यटकों से अपील है कि पर्यटन स्थलों में प्लास्टिक का प्रयोग ना करें, बुग्यालों में आग न जलाने और  कांच कचरा न फैलायें। 

हरीश थपलियाल, वन क्षेत्राधिकारी पूर्वी पिंडर रेंज देवाल।

वन क्षेत्रों में स्थित ट्रेक मार्गों पर जाने वाले पर्यटकों का अनिवार्य पंजीकरण करने के निर्देश वन विभाग के अधिकारी को दिए हैं। साथ ही ट्रेक मार्गों पर जानेवालो को अनुमति प्रदान करने के लिए एसओपी तैयार किये जाने के भी निर्देश दिए गये हैं।

अभिनव शाह, मुख्य विकास अधिकारी चमोली।