नई दिल्ली : देश में फरवरी महीने में दिन में औसत तापमान 29.54 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले 122 वर्षों में सबसे ज्यादा है और इस वर्ष देश के कई हिस्सों में फरवरी महीना सामान्य से अधिक गर्म रहा। गर्मी की शुरुआत के बीच मौसम विभाग ने बताया है कि आने वाले महीनों में गर्मी के और भी रिकॉर्ड टूट सकते हैं। मार्च में उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में औसत तापमान 40 से 42 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं, मार्च के महीने में भयंकर हीटवेव या लू लोगों को परेशान कर सकती है। सामान्य तौर पर उत्तर भारत में हीटवेव का असर मई-जून के महीने में देखा जाता है, लेकिन इस बार मई-जून वाली स्थिति फरवरी-मार्च में ही बन रही है। इसे देखते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी किया है।
आम तौर पर लोगों को लगता है कि हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के मामले ठंड के दिनों में बढ़ते हैं, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय की एडवाइजरी में बताया गया है कि जिन्हें हृदय से जु़ड़ी कोई बीमारी है, उन्हें गर्मी के दिनों में भी सतर्क रहने की जरूरत है। गर्मी में हृदय से जु़ड़ी बीमारियों का खतरा इसलिए बढ़ जाता है, क्योंकि गर्मी में हमारे शरीर से पसीना ज्यादा निकलता है। जिससे खून में पानी की कमी हो जाती है और खून गाढ़ा हो जाता है। ऐसी स्थिति में हृदय पर दबाव बढ़ता है और हार्ट अटैक की संभावना बढ़ जाती है।