देहरादून । यूनिवर्सिटी ऑफ पेट्रोलियम द्वारा तीन दिवसीय इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया था। जिसमें डिजिटलीकरण और व्यापार में स्थिरता विषय पर चर्चा की गई। तीन दिवसीय सम्मेलन के समापन अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने प्रतिभाग कर डिजिटलीकरण और व्यापार में स्थिरता विषय पर अपने विचार रखें।
सम्मेलन में मौजूद छात्र छात्राओं ने विधानसभा अध्यक्ष से जरूरी सवाल भी पूछे जिसका विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सभी को जवाब दिया गया। सम्मेलन में ऋतु खंडूरी भूषण ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिजिटलीकरण की अलग ही परिभाषा लिखी है। उन्होंने डिजिटल इंडिया के माध्यम से समूचे देश को जोड़ा है, 2014 से ही उनका विजन डिजिटल इंडिया को आगे बढ़ाने से रहा है। उन्होंने कहा की आज एक तरफ नवाचार का जूनून है तो दूसरी तरफ उन नवाचार को तेजी से अपनाने का करने का जज़्बा भी है। इसलिए, डिजिटल इंडियन भारत का संकल्प है। डिजिटल इंडिया आत्मनिर्भर भारत की साधना है, डिजिटल इंडिया, 21वीं सदी में सशक्त होते भारत का एक जयघोष है। ड्राइविंग लाइसेंस हो, बर्थ सर्टिफिकेट हो, बिजली का बिल भरना हो, पानी का बिल भरना हो, इनकम टैक्स रिटर्न भरना हो, इस तरह के अनेक कामों के लिए अब प्रक्रियाएं डिजिटल इंडिया की मदद से बहुत आसान, बहुत तेज हुई है।
ऋतु खंडूरी भूषण ने कहा कि बड़े ही व्यापार इडिजिटल नहीं हुए हैं दूरगामी क्षेत्रों में व्यापार कर रहे व्यापारि भी डिजिटलीकरण से जुड़ रहे है। रेड़ी- पटरी पर खाना बेचने वाले भी ऑनलाइन अपना खाना बेच रहे है।आज के युग में व्यापार का डिजिटलीकरण होना बहुत आवश्यक है। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने व्यापार के लिए आधारभूत संरचना पर और मजबूती और तेजी से काम करने की जरूरत बताई उन्होंने कहा कि बिना बुनियादी ढांचे के व्यापार को डिजिटल नही कर सकते। सम्मेलन में डॉ राहुल नैनवाल, डॉ अंशुमान त्रिपाठी, डॉ राजेश त्रिपाठी सहित कॉलेज के छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे।