भरारीसैण (चमोली)। चमोली जिले के गैरसैण के आदिबद्री तहसील के केहडा, पंडाव और बुराखोली के ग्रामीण सड़क की मांग को लेकर भरारीसैण में चल रहे विधान सभा सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को विधान सभा कूच कर रहे थे तो पुलिस ने उन्हें जंगल चट्टी में बने बैरियर पर ही रोक दिया, जबकि चोरडा, छिमटा कि ओर से हैलीपैड तक पहुंचने में कामयाब रहे ग्रामीणों को वहां तैनात पुलिस कर्मियों ने आगे बढ़ने नहीं दिया। प्रशासन की ओर से काफी समझाने के प्रयास और लोनिवि के लिखित आश्वासन के बाद ग्रामीण अपने घरों को लौटे।
जंगल चट्टी बैरियर पर तैनात मजिस्ट्रेट कमलेश मेहता ने नारेबाजी कर रहे ग्रामीणों को समझाने बुझाने का प्रयास किया गया, किन्तु ग्रामीण सुनने को तैयार नहीं थे। जब कि हैली पैड पहुंचे प्रदर्शनकारी भी मुख्यमंत्री से मिलने कि जिद पर अड़े रहे। संख्या बल में कम होने के बाबजूद प्रदर्शनकारियों में उत्साह कि कमी नजर नहीं आई। लगभग दो घंटे तक चले विरोध के बाद पुनः मजिस्ट्रेट और पुलिस टीम ने लोक निर्माण विभाग अभियंता कि मौजूदगी में एक वर्ष के भीतर सड़क निर्माण किये जाने का लिखित आश्वासन दिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने एक वर्ष के भीतर सड़क निर्माण कार्य न किये जाने पर तहसील के घेराव की चेतावनी दी। प्रसासन की ओर से यही रणनीति हेलीपैड पर एकत्र आंदोलित ग्रामीणों के साथ भी अपनाई गईं। प्रदर्शन करने वालों में प्रधान कैड़ा दर्शन सिंह, महिला मंगल राजेश्वरी देवी, माहेश्वरी देवी, पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य करण सिंह, गोपाल सिंह, विक्रम सिंह, श्यामा देवी, आशा देवी, नीलम, राहुल सिंह, हरेंद्र सिंह, प्रदीप, रीना देवी, अनीता देवी, सोबन सिंह, गुमान सिंह आदि मौजूद रहे।