मुखवा/गंगोत्री : ज्योतिर्मठ चार धाम शीतकालीन मंगल यात्रा ज्योतिर्मठ के प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुंदानंद के सानिध्य में दूसरे चरण में मां गंगा के शीतकालीन पूजा स्थल मुखवा(मुखीमठ) गांव पहुंची। यहां पूजा अर्चना के बाद यात्री दल गंगोत्री धाम भी पंहुचा। शीतकालीन मंगल यात्रा ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के आदेश पर आयोजित की जा रही है। यह शीतकालीन यात्रा विगत 11 मार्च से हरिद्वार से प्रारंभ हुई थी। गंगा जी की भोगमूर्ति की ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी की ओर से उनके शिष्य ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने पूजन अर्चना की। गंगोत्री धाम के पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोचार के बीच आपदा प्रभावित जोशीमड नगर के मंगल की कामना की मां गंगा जी की।
ज्योर्तिमठ प्रभारी मुकुंदानंद ने कहा कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी ने चार धामों की शीतकालीन पूजा स्थलों में पूजा का मानसिक संकल्प लिया था। इस क्रम में मां यमुना के शीतकालीन पूजा स्थल खुशीमठ और मां गंगा के पूजा स्थल मुखवा में विशेष पूजा की गई । ज्योतिर्मठ प्रभारी ब्रहमचारी मुकुदानंद एवं अन्य सदस्यों का श्री 5 गंगोत्री मंदिर समिति के सचिव व उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत अध्यक्ष सुरेश सेमवाल , सोमेश सेमवाल ने स्वागत किया।
ज्योर्तिमठ मीडिया प्रभारी डॉ. बृजेश सती ने बताया कि ज्योतिर्मठ शीतकालीन मंगल यात्रा अपने तीसरे पड़ाव में मंगलवार को केदारनाथ के शीतकालीन पूजा स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंचेगी । यहां आगामी चार धाम यात्रा की सफलता की मंगल कामना भगवान केदारनाथ से की जाएगी। यात्रा में उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रवक्ता अनिरुद्ध उनियाल, मंगल यात्रा संयोजक प्रवीण नौटियाल, कमलेशकांत कुकरेती आदि शामिल हैं।