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ज्योतिर्मठ  शीतकालीन मंगल यात्रा पहुंची खरसाली, विश्व कल्याण के लिए की गई मां यमुना की पूजा

by badhtabharat
 
खरसाली : ज्योतिर्मठ चार धाम शीतकालीन मंगल यात्रा ज्योतिर्मठ के प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुंदानंद जी के सानिध्य में अपने पहले पड़ाव मां यमुना की शीतकालीन पूजा स्थल खरसाली गांव पहुंची। यह शीतकालीन मंगल यात्रा ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज की निर्देश पर आयोजित की जा रही है। रविवार को प्रातः यमुना जी की भोगमूर्ति की ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी की ओर से उनके शिष्य ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने पूजन अर्चना की। यमुनोत्री धाम के  पुजारियों द्वारा वैदिक मंत्रोचार के बीच मां यमुना जी की भोग मूर्ति की पूजा अर्चना कर विश्व की मंगल की कामना की गई।
इस मंगल यात्रा की जानकारी देते हुए ज्योर्तिमठ के प्रभारी मुकुंदानंद ने बताया कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी  ने उत्तराखंड के चार धामों की शीतकालीन पूजा स्थलों में पूजा का मानसिक संकल्प लिया था। इसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए यह मंगल यात्रा की जा रही है । ज्योतिर्मठ  के प्रभारी  एवं अन्य सदस्यों का यमुनोत्री तीर्थ पुरोहित महासभा और  मंदिर समिति की ओर से  तीर्थ पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरुषोत्तम उनियाल,शीतकालीन पुजारी, ब्रह्मा नंद उनियाल, प्रभाकर, अंकित उनियाल ने आदि ने स्लागत किया। मंगल यात्रा में यमुनोत्री धाम के रावल व  उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रवक्ता अनिरुद्ध उनियाल,मंगल यात्रा  समन्वयक प्रवीण नौटियाल,कमलेशकांत कुकरेती आदि शामिल हैं।