ऊखीमठ : ज्योतिर्मठ चार धाम शीतकालीन मंगल यात्रा तीसरे चरण में भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजा स्थल ओंकारेश्वर मंदिर पहुंची। यहां केदारनाथ की तीर्थ पुरोहितों और पुजारियों ने यात्रा का स्वागत किया। मंदिर में ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी की ओर से उनके शिष्य ज्योतिर्मठ प्रभारी ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने भगवान केदारनाथ की पूजा अर्चना की । यह शीतकालीन यात्रा विगत 11 मार्च से हरिद्वार से प्रारंभ हुई । इसका समापन 16 तारीख को नृसिंह मंदिर जोशीमठ में होगा। ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी की ओर से उनके शिष्य ब्रह्मचारी मुकुंदानंद ने शीतकालीन मंगल यात्रा के तहत आगामी चार धाम यात्रा की सफलता की मंगल कामना के लिए ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य की ओर से पूजा अर्चना की।
ज्योर्तिमठ प्रभारी मुकुंदानंद ने कहा कि ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी ने चार धामों की शीतकालीन पूजा स्थलों में पूजा का मानसिक संकल्प लिया था। इस क्रम में मंगलवार को भगवान केदारनाथ की शीतकालीन गद्दी स्थल ओमकारेश्वर मंदिर में विशेष पूजा की गई । ज्योतिर्मठ प्रभारी ब्रहमचारी मुकुदानंद एवं अन्य सदस्यों का केदारसभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी और अन्य तीर्थ पुरोहितों तथा उत्तराखंड चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत उपाध्यक्ष आचार्य संतोष त्रिवेदी संगठन मंत्री प्रकाश त्रिवेदी आदि ने स्वागत किया।
ज्योर्तिमठ मीडिया प्रभारी डॉ बृजेश सती ने बताया कि ज्योतिर्मठ शीतकालीन मंगल यात्रा अपने चौथे व अंतिम पड़ाव में बुधवार को बदरीनाथ के शीतकालीन पूजा स्थल नृसिंह मंदिर पहुंचेगी । यहां बृहस्पतिवार को सर्वे भवंतु सुखिन की मंगल कामना के साथ पूजा की जाएगी। यात्रा में मंगल यात्रा संयोजक प्रवीण नौटियाल, चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत के प्रवक्ता अनिरुद्ध उनियाल, कमलेशकांत कुकरेती आदि शामिल हैं।