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राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संस्कृत विभाग ने किया पुरस्कार वितरण समारोह कार्यक्रम आयोजित

by badhtabharat
 
कोटद्वार। राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय कोटद्वार के संस्कृत विभाग ने शैक्षणिक सत्र 2022-23 में श्रावण मास में संस्कृत सप्ताह समारोह के अन्तर्गत पूर्व में आयोजित निबन्ध प्रतियोगिता श्लोकोच्चारण प्रतियोगिता, संस्कृत लघु प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता और संस्कृत प्रदर्शिनी आदि तथा दिसम्बर मास में गीता जयन्ती के समुपलक्ष में निबन्ध और श्लोक-लेखन-वाचन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिसमें विजयी प्रतिभागियों को शुक्रवार को पुरस्कृत किया गया। निबन्ध प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर ऑल एमए चतुर्थ सैम, द्वितीय स्थान पर मीनाक्षी एमए द्वितीय सेम, तृतीय स्थान पर खुशनुमा एमए चतुर्थ सेम रही । संस्कृत श्लोकोच्चारण प्रतियोगिता में प्रकृति बीए द्वितीय वर्ष प्रथम स्थान, खुशनुमा एमए चतुर्थ सेम द्वितीय स्थान और तृतीय स्थान पर आँचल एमए चतुर्थ सेम रही। संस्कृत लघु प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आँचल, द्वितीय स्थान पर शुभागी एमए चतुर्थ सेम, तृतीय स्थान पर संयुक्त रूप से प्रकृति बीए द्वितीय व खुशनुमा एमए चतुर्थ सेग रही ।
संस्कृत प्रदर्शनी कार्यक्रम में आँपल खुशनुमा, रश्मि, शुभांगी मीनाक्षी, स्वाति, रजनी, गुहान, प्रियंका आदि द्वारा भिन्न भिन्न वस्तुओं को संस्कृत भाषा में चित्रित कर प्रदर्शित किया गया।गीता जयन्ती के समुपलक्ष में निबन्ध प्रतियोगिता जिसका शीर्षक गीता में समता योग में प्रथम स्थान मानसी, द्वितीय स्थान पर शीतल बी. ए. प्रथम सेमेस्टर तृतीय स्थान पर नीतू बी ए प्रथम सेमेस्टर रही। गीता श्लोक लेखन-वाचन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर दीपक, द्वितीय स्थान पर उजना तथा तृतीय स्थान पर शीतल बी. ए.प्रथम सेमेस्टर रहीं। अंत में सभी विजयी प्रतिभागियों को महाविद्यालय की प्रभारी प्राचार्य प्रो. मुरलीधर कुशवाहा द्वारा पुरस्कृत कर अपनी अमृतमयी वाणी से विभूषित कर निरंतर अपने दायित्यों का निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया तथा छात्र छात्राओं के सर्वागीण विकास के लिए इन प्रतियोगिताओं को महत्वपूर्ण बताया। हो अरुणिमा विभाग प्रभारी संस्कृत ने कर्म ही पूजा है कहकर उनके उज्जल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि जीवन में निरंतर प्रयासरत रहना ही मानव कर्तव्य है। इस अवसर पर डॉ रोशनी असवाल, डॉ प्रियम अग्रवाल उपस्थित रहे।