जोशीमठ : श्री नृसिंह मंदिर परिसर नवदुर्गा मंदिर जोशीमठ में श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति द्वारा आयोजित । श्रीमद् देवीभागवत कथा के तीसरे दिन आज मां भगवती के तीसरे स्वरूप मां चंद्रघंटा की महिमा तथा कथा का वर्णन किया गया। गंगा – शांतनु विवाह, भीष्म प्रतिज्ञा, पांडवों की कथाओं के प्रसंग, तथा मां दुर्गा की महिमा का वर्णन किया गया। बीते कल बृहस्पतिवार को व्यास पीठ से व्यास / श्री बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी आचार्य राधाकृष्ण थपलियाल जी ने मां पारंबा भगवती जी की कथा, महिमा ह्ररणग्रीव वथ, मधुकैटव उद्धार का वर्णन किया। बुद्धवार 22 मार्च से कथा शुरू हुई थी। बीते बुधवार को श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति के उपाध्यक्ष किशोर पंवार ने श्रीमददेवीभागवत कथा का शुभारंभ करते हुए कहा की जोशीमठ भू आपदा से रक्षा, तथा आगामी बदरीनाथ धाम यात्रा की सफलता हेतु चैत्र नवरात्रि में श्रीमद्देवीभागवत कथा का आयोजन किया गया है। बदरीनाथ धाम के पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने भी श्रीमददेवीभागवत कथा सुनने आये श्रद्धालुजनों को आशीर्वचन दिये।
कथा के पहले दिन भगवती की महिमा की कथा प्रसंग आया। इस अवसर पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति उपाध्यक्ष किशोर सिंह पंवार, बदरीनाथ धाम के पूर्व धर्माधिकारी भुवन चंद्र उनियाल, डीजीसी एडवोकेट प्रकाश भंडारी,देव पुजाई समिति अध्यक्ष भगवती नंबूदरी, भगवती पश्वा भोला सिंह लामण, वेदपाठी रविन्द्र प्रसाद भट्ट, पुजारी हनुमान प्रसाद डिमरी, सुशील डिमरी, कुल पुरोहित हितेश सती,पुजारी रघुनंदन प्रसाद डिमरी,पुजारी संजय डिमरी, रामप्रसाद थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेन्द्र चौहान, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी गिरीश चौहान, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी विजेंद्र बिष्ट, एवं दीपक नौटियाल, जगमोहन वर्तवाल गिरीश रावत, मंदिर समिति से मुख्य यजमान विवेक थपलियाल, प्रशासनिक अधिकारी कुलदीप भट्ट, राजेंद्र सेमवाल, भूपेंद्र रावत,संतोष तिवारी, संदीप कपरवाण, डा. हरीश गौड़, केदार सिंह रावत, सीमा चौहान,संदेश मेहता, भूपेंद्र राणा, कृपाल सनवाल,संजय तिवारी, अनसुया नौटियाल, विकास सनवाल, देवेंद्र पंवार,संतोष पंत,रत्नेश पंवार, केशव भी मौजूद रहे।