हरिद्वार : सांसद, हरिद्वार, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड एवं पूर्व मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ’’निशंक’’ की अध्यक्षता में शुक्रवार को मेला नियंत्रण भवन(सीसीआर) सभागार में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक आयोजित हुई। बैठक में जिलाधिकारी विनय शंकर पाण्डेय, मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन एवं निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण विक्रम सिंह ने जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) के उद्देश्यों, विभिन्न योजनाओं की प्रगति आदि के सम्बन्ध में विस्तृत प्रकाश डाला। मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जनपद हरिद्वार में 11 विभागों का 240 करोड़ रूपये का मनरेगा लेबर बजट तैयार कर लिया गया है।
सांसद, हरिद्वार डॉ. रमेश पोखरियाल ’’निशंक’’ ने बैठक में जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की पिछली बैठक में दिये गये निर्देशों के क्रम में आन्नेकी-हेतमपुर पुल के बारे में जानकारी ली, तो अधिकारियों ने बताया कि इसकी जांच के निर्देश दिये गये थे, लेकिन अभी तक जांच रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। इस पर सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने नाराजगी प्रकट की तथा दूरभाष के माध्यम से एचओडी लोक निर्माण विभाग से वार्ता की तथा जांच रिपोर्ट में विलम्ब पर दोषी के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिये। उन्होंने अमृत योजना के अन्तर्गत पेयजल योजना के सम्बन्ध में अब तक की हुई प्रगति की जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे जहां पर भी जिस तरह की दिक्कत आ रही है, बैठक करके उसका समाधान निकालना सुनिश्चित करें। सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने अधिकारियों से बैठक में एनएच नजीबाबाद के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि इसमें अभी तक 68 प्रतिशत की प्रगति हुई है। इस पर उन्होंने नाराजगी प्रकट की तथा कहा कि यह प्रगति काफी कम है। उन्होंने निर्देश दिये कि इस प्रोजक्ट में तेजी लाई जाये ताकि माह दिसम्बर,2023 तक इसका उद्घाटन किया जा सके।
बैठक में जन-प्रतिनिधियों ने एनएच के इर्द-गिर्द हो रहे जल भराव की समस्या, जगह-जगह सड़क की असमानता के कारण हो रही दुर्घटनायें आदि का ध्यान सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक की ओर आकृष्ट किया। इस पर सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने तुरन्त एनएच के चीफ से दूरभाष पर वार्ता की तथा उन्हें आपसी समन्वय स्थापित करते हुये इस समस्या का निदान करने के निर्देश दिये। बैठक में रूड़की-लक्सर मार्ग पर पेड़ों की समस्या की वजह से नाला उल्टा बहने तथा झबरेड़ा से सहारनपुर मार्ग को जोड़ने वाले सड़क का भी मामला सामने आया। इस पर उन्होंने वन विभाग तथा सम्बन्धित अधिकारियों को मामले को गंभीरता से लेते हुये आपसी समन्वय से समस्या का समाधान निकालने के निर्देश दिये।
सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने बैठक में ब्रिडकुल द्वारा कराये जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि 93 प्रतिशत कार्य सम्पन्न हो चुका है। इस पर उन्होंने अधिकारियों से कहा कि यह कार्य आपका पहले ही पूरा हो जाना चाहिये था तथा अब इसे यथाशीघ्र पूर्ण करना सुनिश्चित करें। बैठक में उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग को अब तक कितना बजट दिया गया है तथा उसके द्वारा कितना खर्च किया गया है, के सम्बन्ध में विस्तार से जानकारी ली,जिस पर राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा दिये गये बजट के सापेक्ष कम खर्च करने पर असन्तोष व्यक्त किया तथा इसकी जानकारी लोक निर्माण मंत्री सतपाल महाराज को टेलीफोन के माध्यम से दी। उन्होंने बैठक में लक्सर-रायसी-भोगपुर सड़क के मुआवजे के प्रकरण के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि इसमें अतिक्रमण का मामला सामने आया है, जिसकी वजह से इसका समाधान करने में दिक्कत आ रही है। इस पर उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि मिल-बैठकर कुछ न कुछ समाधान जरूर निकाला जाये। बैठक में लक्सर के रोडवेज स्टेशन की शुरूआत किये जाने का मामला भी जन-प्रतिनिधियों ने रखा। इस पर अधिकारियों ने बताया कि इसका शीघ्र उद्घाटन होने वाला है।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बैठक में सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक को स्वास्थ्य विभाग के ढांचे के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी। इस पर सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने शासन के उच्चाधिकारियों से फोन के माध्यम से स्वास्थ्य विभाग के सम्बन्ध में चर्चा करते हुये हुये, स्वास्थ्य विभाग की जो भी समस्यायें हैं, उन्हें जल्द से जल्द दूर करने के निर्देश दिये। बैठक के दौरान सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा गोद लिये गये आदर्श गांव के सम्बन्ध में एक लघु फिल्म के माध्यम से विस्तृत जानकारी दी गयी, जो अस्पताल, पंचायत घर, सीएचसी सेण्टर, आंगनबाड़ी केन्द्र, विद्युत, हर घर नल से जल, स्मार्ट क्लास, प्रयोग शाला, गांव में नालों का निर्माण, व्यायामशाला आदि से पूरी तरह आच्छादित हैै। इस पर सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने खुशी जाहिर की तथा अधिकारियों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि विकास की यह अनिवार्य शर्त है कि सभी आपस में समन्वय स्थापित करते हुये अपनी-अपनी भागीदारी का ईमानदारी से निर्वहन करें। उन्होंने कहा कि जो आपने सांसद आदर्श गांव को इतनी सुविधायें उपलब्ध कराई हैं, उसकी जानकारी आसपास के सभी गांवों को होनी चाहिये तथा वे इस गांव को देखने के लिये आयें तथा अपने गांवों को भी इसी तरह आदर्श गांव के रूप में विकसित करने के लिये प्रेरित हों एवं अपने गांव को भी आदर्श गांव बनाने के लिये निरन्तर प्रयास करें।
बैठक में सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि हम सभी को आपसी समन्वय स्थापित करते हुये टीम भावना से कार्य करना है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार जिले ने कुछ क्षेत्र में राष्ट्रीय स्तर का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि हम जितने सशक्त होंगे, हमारी टीम भी उतनी ही सशक्त होगी।
बैठक में इसके अतिरिक्त अमृत सरोवर योजना, प्रदूषण नियंत्रण, प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना, जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, विद्युत, ट्यूबवेल, दीन दयाल ग्रामीण ज्योति योजना, नमामि गंगे, अटल मिशन, स्वच्छ भारत मिशन, प्रधानमंत्री कृषि योजना, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, अन्त्योदय योजना, राष्ट्रीय सामाजिक योजना, बाल विकास विभाग, सर्व शिक्षा अभियान, डिजिटल इण्डिया, पंचायती राज, अभिलेखों का डिजिटलाइजेशन, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, रेलवे, दीन दयाल अन्त्योदय योजना, लखपति दीदी योजना, भगवानपुर में एलीवेटेड पुल का निर्माण, वृद्धावस्था पेंशन, दिव्यांग पेंशन, विधवा पेंशन, परित्यक्ता पेंशन आदि के सम्बन्ध में विस्तृत समीक्षा बैठक सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने ली तथा अधिकारियों को इन योजनाओं के सम्बन्ध में दिशा-निर्देश दिये।
मेला नियंत्रण भवन(सीसीआर) परिसर पहुंचने पर सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, सांसद राज्य सभा कल्पना सैनी आदि गणमान्य व्यक्तियों का पुष्पगुच्छ भेंटकर भव्य स्वागत व अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर राज्य सभा सांसद डॉ. कल्पना सैनी, रानीपुर विधायक आदेश चौहान, रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, झबरेड़ा विधायक वीरेन्द्र जाती, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, पूर्व विधायक ज्वालापुर सुरेश राठौर, शिवालिक नगरपालिका अध्यक्ष राजीव शर्मा, भाजपा जिला अध्यक्ष संदीप गोयल, मनोज गर्ग, सांसद प्रतिनिधि ओम प्रकाश जमदग्नि, राजेश कुंवर, लव शर्मा, एडीएम बीर सिंह बुदियाल, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट भगवानपुर आशीष मिश्रा, एसडीएम पूरण सिंह राणा, एमएनए रूड़की विजय नाथ शुक्ला, सीएमओ डॉ. मनीष दत्त, जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, डीपीआरओ अतुल प्रताप सिंह, अधिशासी अभियन्ता लोक निर्माण सुरेश तोमर, अधिशासी अभियन्ता सिंचाई मंजू, अधिशासी अभियन्ता जल संस्थान मदन सेन, अधिशासी अभियन्ता एनएच देहरादून, एनएच हरिद्वार अधिशासी अभियन्ता प्रदीप गुसाईं, डीपीओ अवनिाश भदौरिया, डीएफओ मयंक शेखर झा, सहायक परियोजना निदेशक नलिनीत घिल्डियाल, एआरटीओ रश्मि पन्त, मुख्य शिक्षा अधिकारी केके गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी नरेन्द्र हल्दियानी, लीड बैंक मैनेजर संजय संन्त, ब्लाक प्रमुख, सभी ब्लाकों के खण्ड विकास अधिकारी, विभिन्न विभागों के अधिकारीगण सहित बड़ी संख्या में जन-प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।